Secured Loan vs Unsecured Loan in Hindi – जब भी आप किसी भी प्रकार का कोई लोन लेते हैं तो वह दो श्रेणी के अंतर्गत आता है एक सिक्योर्ड लोन (सुरक्षित ऋण)और दूसरा अनसिक्योर्ड लोन (असुरक्षित ऋण). लोन लेने से पहले आपको इन दोनों तरह के लोन के बारे में अच्छे तरीके से पता होना चाहिए जिससे आपको आगे चलकर कभी कोई परेशानी का सामना न करना पड़ें.
आज का यह लेख आपके लिए बहुत उपयोगी साबित होने वाला है, इस लेख के माध्यम से हम आपको Secured Loan और Unsecured Loan क्या हैं, इन्हें लेने के फायदे क्या है, Secured Loan और Unsecured Loan के उदाहरण और Secured Loan vs Unsecured Loan in Hindi के बीच के अंतर को बताएँगे.
इसलिए लोन के बारे में बेहतर जानकारी प्राप्त करने के लिए इस लेख को अंत तक जरुर पढ़ें, तो आइये बिना देरी के शुरू करते हैं इस लेख को.
सुरक्षित ऋण क्या है (What is Secured Loan in Hindi)
सिक्योर्ड लोन या सुरक्षित ऋण ऐसे लोन को कहा जाता है जो किसी परिसंपति के द्वारा संरक्षित रहते हैं. जब बैंक सिक्योर्ड लोन देती है तो आपकी कोई सम्पति जैसे कि घर, कार या आपकी प्रोपर्टी बैंक के पास गिरवी रहती है. और यह सम्पति बैंक के पास तब तक गिरवी रहती है जब तक कि आप लिए गए लोन को ब्याज सहित बैंक को वापस नहीं लौटा देंते.
एक उदाहरण से इसे समझते हैं ताकि आपको समझने में आसानी हो, माना आप कार लेने के लिए बैंक से लोन लेते हैं तो बैंक आपको लोन तभी देगा जब आप अपनी कोई सम्पति बैंक के पास गिरवी रखवाओगे. माना आपने अपना घर Collateral के रूप में बैंक के पास गिरवी रखवाया है जिसके बदले में आपने बैंक से कार लोन किया है.
अगर आप लोन नहीं चूका पाते हैं तो इस स्थिति में बैंक आपके घर को बेचकर लोन के पैसे प्राप्त कर सकता है. अर्थात यह लोन सुरक्षित है. अब आप समझ गए होंगें कि सिक्योर्ड लोन किसे कहा जाता है.
सिक्योर्ड लोन बड़ी मात्र में लोन लेने का अच्छा तरीका है. ऋणदाता बड़ी मात्रा में लोन इसी वादे के साथ देते हैं कि लोन को चुकाया जायेगा. क्योकि आपकी सम्पति ऋणदाता के अधीन है इसलिए आप लोन चुकाने का हर संभव प्रयास करेंगे.
सुरक्षित ऋण के उदाहरण (Example of Secured Loan in Hindi)
सिक्योर्ड लोन के कुछ उदाहरण निम्न हैं –
- Home Loan
- Gold Loan
- Car Loan
- Business Loan
- Auto Loan
सुरक्षित ऋण के फायदे (Advantage of Secured Loan)
सुरक्षित लोन लेने के निम्न फायदे होते हैं –
- सुरक्षित लोन में आप बड़ी मात्रा में उधार ले सकते हैं.
- सुरक्षित लोन में ब्याज की दरें कम होती हैं.
- सुरक्षित लोन में लोन चुकाने की समय अवधि भी अधिक होती है.
- सुरक्षित लोन देने में ऋणदाता (बैंक या कोई वित्तीय संस्थान) को जोखिम कम रहता है, क्योकि लोन न चूका पाने पर वह सम्पति को बेचकर लोन की राशि रिकवर कर सकते हैं.
सुरक्षित ऋण के नुकसान (Disadvantage of Secured Loan in Hindi)
सुरक्षित ऋण का सबसे बड़ा नुकसान यह है कि अगर आप लोन नहीं चूका पाते हैं तो आपको अपनी गिरवी रखी सम्पति से हाथ धोना पड़ सकता है.
सुरक्षित ऋण को लेने के कारण
सिक्योर्ड लोन को लेने के प्रमुख कारण हो सकते हैं –
- अपने सपनों को पूरा करने के लिए.
- खुद का एक घर बनाने के लिए.
- अपने और अपने परिवार के लिए एक गाड़ी खरीदने के लिए.
- खुद का व्यापार शुरू करने के लिए. आदि अनेक कारण हो सकते हैं.
असुरक्षित ऋण क्या होता है (What is Unsecured Loan in Hindi)
अनसिक्योर्ड लोन यानी असुरक्षित ऋण बिल्कुल सुरक्षित ऋण के विपरीत होते हैं. मतलब कि अनसिक्योर्ड लोन किसी प्रकार की परिसंपति के द्वारा संरक्षित नहीं होते हैं. अर्थात अनसिक्योर्ड लोन बिना किसी security के साथ दिए जाते हैं.
अनसिक्योर्ड लोन को तब लिया जाता है जब अचानक से आपके खर्चे बढ़ जाते हैं, जैसे कि कही घुमने जाना, शादी – विवाह, घर में कोई सामान जैसे फ्रीज या टीवी लाना, बच्चों की फीस देना आदि प्रकार के खर्चों को पूरा करने के लिए असुरक्षित लोन लिए जाते हैं.
असुरक्षित ऋण (अनसिक्योर्ड लोन) देने में ऋणदाता को जोखिम बना रहता है क्योकि लोन न चूका पाने की स्थिति में उसके पास कोई सम्पति नहीं होती है जिसे बेचकर वह लोन की भरपाई कर सके. इसी कारण से अनसिक्योर्ड लोन कम समय अवधि और अधिक ब्याज दरों के साथ दिया जाता है.
अनसिक्योर्ड लोन को बैंक Approve क्यों देते हैं
अब आप सोच रहे होंगे कि अनसिक्योर्ड लोन को बैंक कैसे Approve कर देते हैं, तो चलिए इसका भी जवाब बताते हैं –
Unsecured Loan को बैंक लोन लेने वाले को क्रेडिट के 5C के आधार पर आंकलन करते हैं जो इस प्रकार से हैं –
- Character (चरित्र) – Character में बैंक लोन लेने वाले के क्रेडिट स्कोर, रोजगार के इतिहास आदि को देखता है.
- Capacity (क्षमता) – Capacity में बैंक लोन लेने वाले की इनकम को देखता है.
- Capital (पूंजी) – लोन लेने वाले के पास Saving और Investment खातों में कितने पैसों की बचत है.
- Collateral (संपार्श्विक) – लोन लेने के पास कुछ व्यक्तिगत सम्पति है जिसे वह Collateral के रूप में दे सकता है.
- Condition (शर्तें) – ऋण की शर्तें क्या हैं.
इन पाँचों मानदंडों का आकलन करके बैंक यह पता करता है कि लोन लेने वाला व्यक्ति लोन को चूका पायेगा या नहीं, तभी जाकर बैंक Unsecured Loan Provide करवाते हैं.
तो अब आपको समझ में आ गया होगा कि Unsecured Loan Kya Hai और बैंक किसी भी व्यक्ति को Unsecured Loan देने से पहले क्या देखता है.
असुरक्षित ऋण के उदाहरण (Example of Unsecured Loan in Hindi)
अनसिक्योर्ड लोन के कुछ उदहारण निम्न हैं –
- Personal Loan
- Education Loan
- Credit Card Loan
असुरक्षित ऋण के फायदे (Advantage of Unsecured Loan in Hindi)
असुरक्षित ऋण के निम्न फायदे हैं –
- असुरक्षित ऋण में आपकी कोई सम्पति ऋणदाता के अधीन नहीं होती है.
- असामान्य खर्चे बढ़ने पर असुरक्षित ऋण आपके लिए मददगार साबित होते हैं.
- आपातकालीन स्थिति में असुरक्षित ऋण बहुत फायदेमंद साबित हो सकते हैं.
असुरक्षित ऋण के नुकसान (Disadvantage of Unsecured Loan in Hindi)
असुरक्षित ऋण के बहुत सारे नुकसान भी हो सकते हैं जैसे कि –
- ऋणदाता को लोन देने में जोखिम रहता है, क्योकि लोन न चूका पाने की स्थिति में उसके पास आपकी कोई वस्तु गिरवी नहीं होती है जिसे बेचकर वह लोन की भरपाई कर सके.
- असुरक्षित ऋण में ऋणदाता बड़ी मात्रा में लोन प्रदान नहीं करवाते हैं.
- असुरक्षित ऋण में ब्याज की दरें अधिक रहती हैं.
- असुरक्षित ऋण को चुकाने की समय अवधि भी कम होती है, अर्थात Unsecured Loanकम Time Period के दिए जाते हैं.
असुरक्षित ऋण लेने के कारण
किसी भी व्यक्ति के पास अनेक कारण हो सकते हैं जिसके चलते वह असुरक्षित ऋण लेने पर मजबूर हो जाता है जैसे कि –
- खुद के निजी खर्चे के लिए.
- अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए.
- घर की छोटी – मोटी जरूरतों को पूरा करने के लिए. आदि अनेक कारण हो सकते हैं असुरक्षित लोन लेने के.
सुरक्षित ऋण और असुरक्षित ऋण में अंतर (Secured Loan vs Unsecured Loan in Hindi)
सिक्योर्ड लोन और अनसिक्योर्ड लोन में अंतर (Difference) नीचे सारणी में बताये गए हैं –
Secured Loan (सुरक्षित ऋण) | Unsecured Loan (असुरक्षित ऋण) |
---|---|
किसी परिसंपति द्वारा संरक्षित रहते हैं. | किसी प्रकार की परिसंपति के द्वारा संरक्षित नहीं रहते हैं. |
ऋणदाता को जोखिम कम रहता है. | ऋणदाता को जोखिम अधिक रहता है. |
ब्याज की दरें कम होती रहती हैं. | ब्याज की दरें अधिक रहती हैं. |
अधिक समय अवधि के लिए ले सकते हैं. | अधिक समय अवधि के लिए नहीं दिया जाता है. |
बड़ी मात्रा में लोन ले सकते हैं. | बड़ी मात्रा में लोन नहीं ले सकते हैं. |
इन्हें भी पढ़े
- लोन क्या होता है?
- बैंक क्या है और बैंक के प्रकार
- डेबिट कार्ड क्या होता है?
- क्रेडिट कार्ड क्या होता है?
- Personal लोन क्या होता है?
- Home Loan क्या होता है?
- सुरक्षित और असुरक्षित लोन क्या है?
FAQ For Secured And Unsecured Loan in Hindi
क्रेडिट के 5 C “Character, Capacity, Capital, Collateral और Condition” हैं.
अनसिक्योर्ड लोन में ब्याज की दरें इसलिए अधिक होती हैं क्योकि बैंक को अनसिक्योर्ड लोन देने में जोखिम रहता है. इस प्रकार के लोन में बैंक के पास आपकी कोई सम्पति गिरवी नही रहती है.
अगर आपको अधिक मात्रा में लोन की जरुरत है तो आप सिक्योर्ड लोन ले सकते हैं, इसमें आपको बड़ी मात्रा में आसानी से लोन मिल जाएगा.
निष्कर्ष – सिक्योर्ड लोन और अनसिक्योर्ड लोन हिंदी में
इस लेख के द्वारा हमने आपको Secured Loan vs Unsecured Loan in Hindi के बारे में विस्तार सहित पूरी जानकारी दी है. इस लेख के द्वारा आपको लोन की दोनों श्रेणियों के बारे में उपयोगी जानकारी मिली होगी.
उम्मीद करते हैं आपको हमारे द्वारा लिखा गया यह लेख सिक्योर्ड लोन और अनसिक्योर्ड लोन हिंदी में पसंद आया होगा. इस लेख को सोशल मीडिया पर भी जरुर शेयर करें जिससे दूसरों तक भी उपयोगी जानकारी पहुँच सकें.